Endless dreams
Mere dreams –
Each followed by a fainter one !
Seems all the fairer ones are gone .
From the mist of my mind ,
Looked I yonder
To behold ,
Sweet angels dancing
-
A butterfly touched my eyes
And whispered ,
“ Come
I am waiting for you
Destined for you “.
A fierce sun shone
The mist was gone ;
Where art thou ?
O beloved one !
Kash ! I too were a dream
Little gentle dream .
26-02-1956
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कहाँ तक तेरी राह तकती रहूं ?
From original English : Dreams : of 26 Feb 1956
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सपने अनंत
किन्तु सिर्फ सपने ,
एक के बाद अनेक
धुंधले , अस्पष्ट सपने ;
सुहाने थे जो
वो तो
बिना रुके उड़ गए !
छाया है जो
कोहरा मनमे ,
वहाँ कुछ परियां नाचती है ;
कहाँ से ये तितली आके
मेरी आँखों की पलक पर आ बैठी ?
और गुनगुनायी :
" आ भी जा ,
मैं हूँ तेरे भाग में लिखा
वो सपना ,
कहाँ तक
तेरी राह तकती रहूं ? "
फिर कड़ी धुप लेके
निकला सूरज ,
और कोहरा बिखरा ;
कहाँ हो तूं
प्रिये ?
काश !
किसी के मन का
मैं भी एक ख्वाब होता ,
एक नाजो-पला
सुन्दर
सुहाना ख्वाब !
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17 Sept 2019 / Mumbai
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26-02-1956
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कहाँ तक तेरी राह तकती रहूं ?
From original English : Dreams : of 26 Feb 1956
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सपने अनंत
किन्तु सिर्फ सपने ,
एक के बाद अनेक
धुंधले , अस्पष्ट सपने ;
सुहाने थे जो
वो तो
बिना रुके उड़ गए !
छाया है जो
कोहरा मनमे ,
वहाँ कुछ परियां नाचती है ;
कहाँ से ये तितली आके
मेरी आँखों की पलक पर आ बैठी ?
और गुनगुनायी :
" आ भी जा ,
मैं हूँ तेरे भाग में लिखा
वो सपना ,
कहाँ तक
तेरी राह तकती रहूं ? "
फिर कड़ी धुप लेके
निकला सूरज ,
और कोहरा बिखरा ;
कहाँ हो तूं
प्रिये ?
काश !
किसी के मन का
मैं भी एक ख्वाब होता ,
एक नाजो-पला
सुन्दर
सुहाना ख्वाब !
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17 Sept 2019 / Mumbai
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